The best Side of bhoot ki kahani

Bhoot ki kahani

तब उनकी पत्नी ने उन्हें देख लिया . और छुड़ाया उनसे पूछने लगी. अरे आपको क्या हो गया। जो आप ऐसी वैसी हरकतें करने लग गए। तो वे कुछ नहीं बोले. जैसे कोई पागल कोई बात को सुन रहा हो। उनकी औरत परेशान होकर डॉक्टर के घर पहुंची और उनका इलाज करने को कहा हालांकि डॉक्टर को बीमारी समझ में नहीं आई। फिर भी वह उनको ग्लूकोज की बोतलें चढ़ाना चालू कर दिए। धीरे-धीरे कुछ दिन बीतते गए लाल सिंह की तबीयत मानो कैंसर के मरीज से भी बत्तर हो गई ।

par mujhe bloody merry mere sape me aker mili thi… vo mera khun mang rahi thi… or me kuch bhi nhi bol pa rha tha.. usne mere hath ki nas kat di or mera khoon pi liya or usne mujhe apne jaisa bna diya, fir me uske sath gayb hoker jangal uske ghar aa gya usne mujhe ksis bachhe ka khul diya or pine k liye kha… vo bachha mujhe jana pehchana lag rha tha.

और वह नाश्ता मंगा कर खाने लगे .और उनको याद आया कि मेरे पास नींबू मिठाई भी रखी हुई है। तो उन्होंने उसे भी खा लिया .

राम और सोनू ने श्राप तोड़ने और कुत्ते को बचाने का फैसला किया। उन्हें पता चला कि ऐसा करने का एकमात्र तरीका गुफा की गहराई में छिपी एक पहेली को सुलझाना था। अपने दिमाग का इस्तेमाल करके उन्होंने पहेली को समझ लिया और कुत्ते को उसकी पीड़ा से मुक्त करते हुए अभिशाप को तोड़ दिया।

Irrespective of whether it’s the adventures within a mysterious jungle or even the deep-seated morals located in people tales, this collection makes sure a combination of entertainment and important lifetime lessons, which makes it a go-to vacation spot for audience searching for each enjoyment and wisdom through the artwork of storytelling.

इसलिए हम लोग रेलवे के मकान में रहते थे । जब मेरे पापा रिटायर हुए तो हम लोग एक बड़े बंगले में रहने चले गए। उस बंगले में मैं बहुत खुश था । क्योंकि मैं पहले से सोच रहा था ।

रमेश ने उस आदमी को बुलाने की कोशिश की तो वह भागने लगा। रमेश भी उसके पीछे भागने लगा और वह आदमी अचानक से पटरी की तरफ भागने लगा और गायब हो गया। रमेश अपना बैलेंस नहीं बना पाया और पृथ्वी पर गिर गया। उसने ट्रेन की आवाज सुनी और घबरा गया।

Your browser isn’t supported any longer. Update it to have the most effective YouTube practical experience and our latest attributes. Learn more

शैतानी शक्तियों का मज़ाक उड़ाना पड़ा भारी

बच्चों ने मिलकर उस मंत्र को पड़ना शुरू किया। अचानक से एक रोशनी घर के अंदर आई और उस भुत को साथ ले गई। भुत के घर से बाहर जातेहि घर के सारे दरवाजे और खिड़कियां अपने आप खुल गई और बच्चे दौर कर बाहर निकल आये।

उस आदमी का चेहरा ही गायब था। रमेश वहां से भागकर वेटिंग रूम में आ गया। उसने जो देखा था, उसे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। वह फिर से कुछ देर बाद उसी जगह पर चेक करने गया तो उसने देखा कि वहां कोई भी नहीं था। बस उसका शॉल गिरा हुआ है।

यह भी पढ़ें: पहेली बूझो तो जाने उत्तर के साथ

और उस दिन के बाद से मैंने कभी भी अनजान लोगों से मिलना और बात करना बंद कर दिया।

लेकिन ये हो कैसे सकता है बाइक की गति तेज थी इसलिए उतरने का तो कोई चांस ही पैदा नहीं होता। .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *